नई दिल्ली , 15 मार्च 2014 : भारतीय जनता पार्टी ने नागरिकों के सहयोग से जवाबदेह शासन के लिए शुरू की गई " चाय पे चर्चा ", जो श्री नरेन्द्र मोदी और भारत की जनता बीच बातचीत की एक अभूतपूर्व श्रृंखला है, के तीसरे सत्र की घोषणा की है। चर्चा के इस सत्र का विषय है ‘किसान और कृषि संकट’।
भारतीय कृषि क्षेत्र कई वजहों विशेष रूप से क्रेडिट, इनपुट मूल्य निर्धारण, खेती के तरीकों, विपणन और सामाजिक समर्थन संरचनाओं संबंधी समस्याओं के कारण एक तेज आर्थिक गिरावट का सामना कर रहा है। इसने किसानों में एक भारी संकट पैदा किया है और समाज के इस तबके में आत्महत्या महामारी के रूप में सामने आई है। किसानों की आत्महत्याएं अक्सर भारत में “राष्ट्रीय शर्म” के रूप में देखी जाती हैं।
श्री नरेन्द्र मोदी इस गंभीर मुद्दे की तह तक जाने के लिए ‘चाय पे चर्चा' के अगले दौर में किसानों से मिलेंगें और सीधे बात करके उनकी समस्याओं को समझेंगें और इस पर उनके सुझाव भी लेंगें। इस तरह की बातचीत कृषि संकट के सभी पहलुओं पर नीतिगत विकल्पों को तलाशने में कारगर साबित होगी। साथ ही यह सत्र इस समस्या की गंभीरता के प्रति राष्ट्र को जागरूक करेगी।
विषय की गंभीरता को देखते हुए, इस सत्र को मुख्यतया ग्रामीण इलाकों में ही आयोजित किया जाएगा। " चाय पे चर्चा' के लिए 90% जगहें ग्रामीण क्षेत्रों में होंगी।
‘चाय पे चर्चा’ लोकतांत्रिक संवाद पैदा करने का माध्यम हैं जहाँ जनता को अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों से बात करने लिए एक मंच दिया जाता है। इसमें तीन बातों का ध्यान रखा जाता है- साझा करना, पूछना और सुझाव देना।
- ‘साझा करना’ के अंतर्गत जनता अपनी चुनौतियों और उपलब्धियों के बारें में अनुभव साझा करती है।
- ‘पूछना’ के अंतर्गत जनता श्री मोदी से विभिन्न मुद्दों पर सवाल पूछ सकती है।
- ‘सुझाव देना’ के अंतर्गत लोग महिलाओं से संबंधित मुद्दों के समाधान दे सकते हैं।
उपरोक्त जानकारी पाने के लिए इंटरनेट (www.indiancag.org/chaipecharcha) पर लॉग ऑन करें या 07878782014 पर कॉल/एसएमएस / व्हाट्सएप करें। आप ‘चाय पे चर्चा’ के एंड्रॉयड एप्लिकेशन का भी उपयोग कर सकते हैं।
‘चाय पे चर्चा’ के बारे में
" चाय पे चर्चा " श्री नरेन्द्र मोदी और भारत के लोगों के बीच बातचीत की एक अभूतपूर्व श्रृंखला है। इस तरह की बातचीत श्री मोदी को सीधे जनता की समस्याओं से जोड़ती है। राजनीतिक रैलियों के विपरीत, यह अनूठी और अभूतपूर्व पहल, उनके और विशाल जनसमूह के बीच एक निरंतर रचनात्मक और उद्देश्यपूर्ण बातचीत बनाए रखता है। श्री मोदी "साझा करना, पूछना, सुझाव देना" प्रारूप के माध्यम से होने वाली बातचीत के द्वारा सबसे अहम मामलों का समाधान करने में सक्षम हैं। चर्चा के दौरान लोग अपने बेहतरीन सुझावों तथा महत्वपूर्ण प्रश्नों के साथ उनके साथ वीडियो/ऑडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बात कर सकते हैं। “चाय पे चर्चा” नागरिकों के सहयोग से भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासन को जवाबदेह बनाने के लिए आयोजित की गई है।