सिंगापुर के विदेशी मामलों और कानून मंत्री श्री के. शनमुगम ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने सिंगापुर के प्रधानमंत्री श्री ली हेस्यिन लूंग द्वारा दिया गया संदेश संप्रेषित किया कि दोनों देशों के बीच के संबंधों, जो आपसी विश्वास पर आधारित हैं, को ठोस कदमों की एक श्रृंखला के जरिए और मजबूत बनाया जाना चाहिए।
मुलाकात के दौरान योजना बनाई गई कि सिंगापुर और भारत के बीच राजनयिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर को चिन्हित करने के लिए साल भर चलने वाले कार्यक्रमों की एक श्रृंखला बनाई जानी चाहिए। दोनों देशों के प्रधानमंत्री इस बात के लिए इच्छुक हैं कि इस अवसर का आयोजन इस तरीके से किया जाए कि आपसी रिश्तों का दायरा और अधिक विस्तारित हो सके। कौशल विकास, स्मार्ट शहरों के विकास, जल प्रबंधन, जहाजरानी, बंदरगाह प्रबंधन और तटीय विकास के क्षेत्रों में आपसी सहयोग पर विस्तार से चर्चा की गई।
श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने किफायती आवास क्षेत्र पर काफी जोर देने की योजना बनाई है और इस उद्देश्य के लिए उन्होंने निर्माण प्रौद्योगिकी में सिंगापुर से सहायता की अपील की।
यह देखते हुए कि सिंगापुर पूरी दुनिया में शीर्ष पर्यटन गंतव्यों में एक है, प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि 50 वर्षों के संबंधों को चिन्हित करने के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले उत्सव समारोहों के दौरान भारतीय राज्यों को सिंगापुर में एक महीने का विशेष अभियान आयोजित करना चाहिए, ताकि वे अपनी पर्यटन क्षमता को रेखांकित कर सकें। इस बैठक में विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज, भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त श्री लिम थुआन कुआन और दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।