म्यांमार रक्षा सेवा के कमांडर-इन-चीफ सीनियर जनरल यू मिन आंग लिआंग ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की
म्यांमार भारत के साथ रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाएगा
रक्षा और सुरक्षा सहित सभी क्षेत्रों में म्यांमार के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत प्रतिबद्ध: प्रधानमंत्री मोदी

म्यामां रक्षा सेवा में कमांडर इन-चीफ सीनियर जनरल यू मिन आंग लियांग ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।

सीनियर जनरल यू मिन आंग लियांग ने म्यामां के विकास में भरोसेमंद साझेदार के रूप में भारत की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि म्यामां भारत के साथ उसके संबंध को अत्यंत महत्वपूर्ण मानता है। उन्होंने कहा कि भारत केवल पड़ोसी के रूप में ही नहीं, बल्कि म्यामां और भारत के बीच लंबे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों, साझा हितों और दोनों देशों के लोगों का लोगों से मजबूत संपर्क महत्वपूर्ण है।

सीनियर जनरल यू मिन आंग लियांग ने समुद्री सुरक्षा सहित रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भारत के साथ संबंध बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि म्यामां भारत की एक्ट-इस्ट पॉलिसी के समर्थन में एक महत्वपूर्ण मंच बना रहेगा।

सीनियर जनरल यू मिन आंग लियांग ने राष्ट्रपति यू थिन सिन की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को म्यामां आने का आमंत्रण दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे जल्द ही म्यामां का दौरा करना चाहेंगे। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति यू थिन सिन को भी जल्द ही भारत आने का न्यौता दिया।

सीनियर जनरल यू मिन आंग लियांग ने म्यामां सरकार और वहां की जनता की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के निधन पर शोक व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत रक्षा और सुरक्षा सहित सभी क्षेत्रों में म्यामां के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मजबूत और खुशहाल म्यामां भारत के हित में है और उन्होंने म्यामां के विकास के प्रयासों में भारत के समर्थन का आश्वासन दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि म्यामां "आसियान के लिए भारत का द्वार" है और उन्होंने दोनों देशों के बीच बेहतर संपर्क का आग्रह किया।



प्रधानमंत्री ने कहा कि वे एक स्थायी बहु-दलीय जनतंत्र के लिए बदलाव के बारे में म्यामां के लोगों की उम्मीदों का सम्मान करते हैं। उन्होंने म्यामां के आगामी चुनाव के लिए शुभकामनाएं दीं और आशा व्यक्त की कि यह चुनाव शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष हो।