प्रधानमंत्री सर अनिरूद्ध जगन्नाथ मीडिया कर्मियों,
मैं गर्मजोशी से किये गये अपने स्वागत और असाधारण मेजबानी के लिए आपका हृदय से धन्यवाद करता हूं।
मैं मॉरीशस की जनता और आपका आभारी हूं, क्योंकि आपने मुझे कल आयोजित होने वाले राष्ट्रीय दिवस में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया।
यह भारत की सवा करोड़ जनता के लिए एक सम्मान है। वे संबंधों की कद्र करते हैं। यह संबंध हमारे हृदय की गहराइयों से विकसित हुए हैं।
हम एक दूसरे के समर्थन और एकजुटता के लिए सदा तैयार रहते हैं। यह भावना हमारी मैत्री, साझा मूल्यों और समान क्षेत्रीय और वैश्विक हितों से स्वत: विकसित होती है।
हम आर्थिक प्रगति में भागीदार हैं।
हमने अतुलनीय शक्ति और स्वरूप के संबंध बनाए हैं।
मेरी और यहां के प्रधानमंत्री के बीच मुलाकात सचमुच शानदार रही। आज के निष्कर्ष और फैसले वाकई महत्वपूर्ण हैं।
हमने सुरक्षित और संरक्षित हिंद महासागर और स्थिर और समृद्ध हिंद महासागर क्षेत्र में अपने साझा हितों पर चर्चा की। इस क्षेत्र में मॉरीशस की अग्रणी भूमिका की कद्र करते हैं।
आज मुझे मॉरीशस की असैन्य बुनियादी परियोजनाओं के लिए 500 मिलियन अमरीकी डॉलर के रियायती ऋण की पेशकश करते हुए प्रसन्नता हो रही है।
हम मॉरीशस में पेट्रोलियम भंडारण और भूमिगत भंडारण सुविधा का तेजी से निर्माण करने के भी इच्छुक हैं। इससे न केवल मॉरीशस को फायदा होगा, अपितु क्षेत्रीय बड़े केन्द्र के रूप में इसकी भूमिका भी बढ़ेगी।
भारत ने एक दशक पहले मॉरीशस को पहले साइबर सिटी के निर्माण में सहायता दी थी। इसकी उल्लेखनीय सफलता से मॉरिशस में अर्थव्यवस्था के विविधिकरण से जुड़ी सामरिक दूरदृष्टि परिलक्षित होती है। हमने आज दूसरे साइबर सिटी के निर्माण के लिए सहायता का प्रस्ताव किया है।
अगालेगा द्वीप के विकास के लिए किया गया आज का समझौता बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में हमारे सहयोग में एक बड़ा कदम है। इससे हमारे आपसी विश्वास की गहराई का पता चलता है।
मॉरीशस ने अपनी सामुद्रिक अर्थव्यवस्था के विकास में बड़ी सोच का प्रदर्शन किया है। सामुद्रिक अर्थव्वस्था में सहयोग के बारे में हमारा समझौता हमारी वैज्ञानिक और आर्थिक भागीदारी में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे सामुद्रिक पारिस्थितिकी की हमारी समझ-बूझ में सुधार होगा।
इससे सामुद्रिक अर्थव्यवस्था के नये क्षेत्रों के विकास में हमें मदद मिलेगी और साथ ही हम अपनी सामुद्रिक परिसंपत्तियों के इस्तेमाल में स्थायी प्रक्रियाओं का पालन कर सकेंगे।
पिछले कुछ वर्षों में हमने दोहरा कर वंचन संधि में संशोधन पर चर्चा की है। यह संधि के दुरूपयोग को रोकने के साझा उद्देश्य पर आधारित है और इसके साथ-साथ मॉरीशस को इस व्यवस्था से पूरा फायदा मिल सकेगा। हमने इस चर्चा को जारी रखने पर सहमति व्यक्त की है।
मैंने यहां के प्रधानमंत्री को भरोसा दिलाया है कि हम विश्व में अपनी सबसे मजबूत सामरिक भागीदारी में कोई ऐसा कदम नहीं उठएंगे, जिससे इस क्षेत्र को कोई नुकसान हो।
मैंने कर के अदान-प्रदान की सूचना के लिए मॉरीशस द्वारा सहयोग और सहायता देने की पेशकश की भी सराहना की है।
हमें व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर अपनी चर्चा फिर शुरू करनी चाहिए।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री और मैं यह समझते हैं कि हमारा सुरक्षा सहयोग हमारी सामरिक भागीदारी की बुनियाद होगा।
यह एक-दूसरे के प्रति हमारी जिम्मेदारी के कारण नहीं अपितु सामुद्रिक पड़ोस के लिए हमारी साझा सोच के कारण है।
मैं मॉरीशस की व्यापक विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र की सुरक्षा के लिए उसके प्रयासों में सहयोग की भारत की वचनबद्धता दोहराता हूं।
मॉरीशस में उसकी सुरक्षा सक्षमताओं के विकास के लिए पसंदीदा भागीदार होने का हमें गर्व है। हम कल मॉरीशस के तटरक्षक बल में बाराकूड़ा को चालू करेंगे।
मैंने मॉरीशस के प्रधानमंत्री को उनके देश द्वारा अन्य जहाजों और उपकरण उपलब्ध कराने समेत सभी क्षेत्रों में समय पर सहायता करने का आश्वासन दिया है।
हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि विस्तृत क्षेत्रीय सहयोग से हमारे सामुद्रिक क्षेत्र में शांति और समृद्धि बढ़ेगी।
मैं इस संदर्भ में हिंद महासागर रिम एसोसिएशन और इसके सचिवालय के लिए स्थान देने में मॉरीशस की अनूकूल भूमिका के लिए यहां के प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं।
मैं अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर मॉरीशस द्वारा दिए गए समर्थन के लिए आभारी हूं। इससे साझा हितों के मुद्दों पर भारत को विचार रखने में बल मिलता है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा थोड़े समय में ही बड़े समर्थन के साथ 21 जून, को अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस के रूप में मनाए जाने की मंजूरी देना, हमारी साझा विरासत के प्रति सम्मान है।
जलवायु परिवर्तन पर हमारे समान और प्रभावी विचार हैं। दोनों देश इस पर सशक्त राष्ट्रीय कार्रवाई करने के प्रति वचनबद्ध हैं। इन चुनौतियों के समाधान के लिए हम अपने आपसी सहयोग और वैश्विक भागीदारी को मजबूत बनाएंगे।
जनता के जनता के साथ संपर्क हमारे संबंधों का मूलाधार हैं।
हम सर्वोच्च स्तर की प्राथमिकता पर इसे समृद्ध बनाना जारी रखेंगे। हमने मॉरीशस के लिए इलेक्ट्रोनिक यात्रा प्राधिकृति शुल्क माफ करने का फैसला किया है।
हमने एक बहु विषयक युवा मंच शुरू करने का भी फैसला किया है। इससे दोनों देशों के युवाओं को और अधिक जोड़ा जाएगा और यह भविष्य में सशक्त भागीदारी का बीजारोपण करेगा।
मैं बहुत परिणामजनक और तथ्यपूर्ण बैठक के लिए प्रधानमंत्री सर जगन्नाथ और उनके दल के प्रति सचमुच आभार व्यक्त करता हूं।
मैं राष्ट्रीय दिवस समारोह को लेकर उत्साहित हूं। इसके अलावा राष्ट्रीय असेम्बली को संबोधित करने के गौरव और कल के लिए निर्धारित अन्य विशेष आयोजनों को लेकर भी उत्साहित हूं।
मेरे लिए ये सब हमारे संबंधों की समृद्धि के ध्योतक हैं।
मैं पुन: मॉरीशस के प्रधानमंत्री का धन्यवाद करता हूं।