अमेरिका के रक्षा मंत्री श्री एश्‍टन कार्टर ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी से भेंट की। प्रधानमंत्री ने इस दौरान जिक्र किया कि पिछले वर्ष उनके और अमेरिकी राष्‍ट्रपति श्री बराक ओबामा के बीच हुई दो शिखर बैठकों से द्वि‍पक्षीय रिश्‍तों को नई ऊर्जा एवं गति मिली है। उन्‍होंने इन शिखर बैठकों के दौरान लिए गए निर्णयों के क्रियान्‍वयन पर संतोष व्‍यक्‍त किया। उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि रक्षा विनिर्माण क्षेत्र समेत विभिन्‍न क्षेत्रों में कार्यरत अमेरिकी कंपनियां 'मेक इन इंडिया' पहल में काफी सक्रियता के साथ हिस्‍सा लेंगी और प्रौद्योगिकी के हस्‍तांतरण एवं वैश्‍विक आपूर्ति श्रृंखला से ठोस जुड़ाव के साथ भारत में विनिर्माण इकाइयां स्‍थापित करेंगी।



श्री कार्टर ने इस अवसर पर कहा कि भारत अमेरिका का एक महत्‍वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पुनर्संतुलन से जुड़ी अमेरिकी नीति भारत की 'एक्‍ट ईस्‍ट' नीति की पक्षधर है। उन्‍होंने कहा कि अमेरिकी प्राधिकरण दोनों देशों के नेताओं के बीच लिए गए निर्णयों पर त्‍वरित अमल के प्रति कटिबद्ध है। श्री कार्टर ने कहा कि अमेरिका इसे ध्‍यान में रखते हुए अमेरिकी कंपनियों को प्रौद्योगिकी के हस्‍तांतरण के साथ भारत में विनिर्माण इकाइयां स्‍थापित करने के लिए प्रोत्‍साहित कर रहा है।



दोनों पक्षों ने अफगानिस्‍तान में मौजूदा हालात और हिंद महासागर तथा एशिया-प्रशांत क्षेत्र के हालिया घटनाक्रमों समेत विभिन्‍न क्षेत्रीय मुद्दों पर भी अपने विचार व्‍यक्‍त किए।