गरीब से भी गरीब व्यक्ति की आवाज सुनी जानी चाहिए और उन्हें न्याय मिलना चाहिए: नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी ने विधि के क्षेत्र में मानव संसाधन विकास और फोरेंसिक साइंस को अहमियत देने की जरूरत पर बल दिया
मैने अपने मस्तिष्क में नरेंद्र मोदी के रूप में युवा मस्तिष्क को भारत का प्रधानमंत्री चुन लिया है: राम जेठमलानी
नरेंद्र मोदी का नाम घर-घर में पुकारा जा रहा है। कांग्रेस का सफाया हो जायेगा, भाजपा अपने बलबूते 272 सीटें जीतेगी: वाइको, एमडीएमके के नेता
श्री नरेंद्र मोदी ने 14 मार्च 2014 की शाम को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में वकीलों की एक बड़ी सभा को संबोधित किया। इस सभा का आयोजन प्रसिद्ध कानूनविद और राज्य सभा के सदस्य श्री राम जेठमलानी ने किया। इस मौके पर श्री मोदी ने विधि जगत से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार व्यक्तौ किये। श्री मोदी ने हमारी न्यायपालिका की अहमियत खासकर गरीब से भी गरीब व्यक्ति को न्याय कराने की जरूरत पर बल दिया। श्री मोदी ने कहा, ‘‘हम एक लोकतंत्र में रहते हैं और हमारी न्यायिक प्रणाली में अटूट विश्वास है। हां, विलंब का मुद्दा है लेकिन पूरी दुनिया हमारी न्यायिक प्रणाली का सम्मा्न और सराहना करती है।’’ न्या यपालिका की अहमियत को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान के बाद अगर कोई दूसरी जगह है जहां से न्याय पाने की उम्मीद लोग करते हैं तो वह न्यायपालिका है।
अपने संबोधन में श्री मोदी ने विधि के क्षेत्र में मानव संसाधन विकास को अहमियत देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सिर्फ कानून में स्नातक होना ही पर्याप्त नहीं है। उन्होंने अपराध और कानून की बदलती प्रकृति के मद्देनजर विधि विभागों में ही फोरेंसिक साइंस की पढ़ाई को प्रोत्साहित करने का आह्वान भी किया। उन्होंंने कहा, ‘‘हम सब बीपीओ को जानते हैं। लेकिन हमें अब एलपीओ यानी लीगल प्रोसेस आउटसोर्सिंग के बारे में सोचने की जरूरत है। भारत इसके लिए सर्वोत्त्म स्थान है और हमारे युवा बहुत ही कुशल हैं।’’ श्री मोदी ने कानून सरल बनाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि कई बार कानून में कई विषंगतियां रह जाती हैं जोकि अच्छी् बात नहीं है। श्री मोदी ने गुजरात सरकार की ओर से इस संबंध में की गयी पहल का जिक्र भी किया। मसलन गुजरात सरकार ने तालुका स्तेर पर ई-लाइब्रेरी की सुविधा मुहैया करायी जा रही है।
श्री मोदी ने विदेश मंत्री श्री सलमान खुशी द्वारा सुप्रीम कोर्ट और निवार्चन आयोग पर की गयी दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी का भी करारा जवाब दिया। श्री मोदी ने कहा कि भारत के विदेश मंत्री से उम्मी्द की जाती है कि वह दुनियाभर में भारत की ख्याति फैलायेंगे लेकिन उन्होंने बयान देकर इसका उल्टाा किया है। उन्होंने भारत के सुप्रीम कोर्ट और निर्वाचन आयोग का अपमान करने पर विदेश मंत्री की आलोचना की। श्री मोदी ने संस्थाओं के सम्मािन का आह्वान करते हुए कहा कि संस्थाएं लोकतंत्र का हॉलमार्क हैं।
श्री राम जेठमलानी ने इस अवसर पर श्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने अपने मस्तिष्क में श्री नरेंद्र मोदी को भारत का प्रधानमंत्री चुन लिया है। उन्होंने भारत में अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए बताया कि किस तरह वह इस देश में एक शरणार्थी के तौर पर आये और लोगों के आर्शीवाद तथा छोटों के प्यार से किस तरह उन्होंने अपना कानूनी करियर बनाया। उन्होंने चीन के संबंध पंडित जवाहरलाल नेहरु की विदेश नीति की आलोचना भी की। एमडीएमके के नेता श्री वाइको ने भी श्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। श्री वाइको ने कहा कि पूरे देश में श्री मोदी की लहर चल रही है और यह प्रत्येक गांव, कस्बें, शहर और महानगर में देखी जा सकती है। श्री वाइको ने कहा, ‘‘अभूतपूर्व चुनाव परिणाम हमारा इंतजार कर रहे हैं। कांग्रेस का सफाया हो जायेगा। कांग्रेस 100 सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर पायेगी। भाजपा अपने दम पर 272 सीटें जीतकर आयेगी।’’ दिल्ली की विभिन्न बार काउंसिल के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में वकील इस मौके पर उपस्थित थे।