" “Black Money is not merely only about currency but rather the outcome of a black mind”: Shri Modi"
"“We have increased revenue in Gujarat and brought accountability by stopping leakages”: Shri Modi"

अहमदाबाद में मुख्यमंत्री द्वारा सीए. स्टुडेंट के नेशनल कन्वेंशन का प्रारम्भ 

भारत के चार्टर्ड अकाउंटेंट का अभ्यास कर रहे 3500 सीए मौजूद

भारत की अर्थव्यवस्था को काले धन की समानांतर अर्थव्यवस्था के शिकंजे से आजाद करें 

काले धन की बुराई से देश को आजाद करवाने सीए. से आह्वान

मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद में चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए.) का अभ्यास कर रहे 3500 सीए. स्टुडेंट्स के राष्ट्रीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र की अर्थशक्ति को मजबूत बनाने के लिए सीए. अपनी व्यावसायिक कुशलता से योगदान दें। उन्होंने कहा कि देश और समाज की स्वस्थ अर्थव्यवस्था को टिकाए रखने का सामर्थ्य सीए. फेशनल्स में है।

इंस्टिट्युट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया, ICAI के तत्वावधान में अहमदाबाद चेप्टर की स्वर्णिम जयंती के अवसर पर नेशनल कन्वेंशन ऑफ सीए. स्टुडेंट्स का अहमदाबाद में आयोजन किया गया। श्री मोदी इससे पूर्व भी ICAI की स्वर्णिम जयंती के मौके पर भी मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे थे।ICAI का मंत्र एष: सुप्तेषु जागति ( जहां सब सो रहे हैं उनमें से जो जागते हैं) का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि सीए. का व्यवसाय ऐसा है जो समाज की आर्थिक व्यवस्था और स्वास्थ्य की चिंता करने वाला है। सीए. प्रॉफेशनल्स का दायित्व किसी डॉक्टर से कम नहीं है। शरीर में सड़ चुके अंगों का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर मरीज के स्वास्थ्य की रक्षा करके तारणहार बनते हैं मगर समाज में क्लाएंट के ऑडिट के लिए सीए. जो कार्य करते हैं उसका महत्व नहीं बल्कि ताकत अनोखी है।

आज देश में काले धन की बुराई ने समानांतर अर्थव्यवस्था खड़ी कर उस पर किसी का नियंत्रण ना हो ऐसा नासूर बना दिया है। इसकी चेतावनी देते हुए श्री मोदी ने कहा कि काले धन को रोकने के लिए ही चौकीदार है और वह है सीए. प्रॉफेशनल। काले धन की जड़ों में जाकर पूरे व्यावसायिक कौशल्य से नये काले धन के सृजन को रोका जा सकता है। श्री मोदी ने इसके लिए सीए. प्रॉफेशनल्स से आगे आने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात का विकास सही रास्ते पर चल रहा है और इससे ही विकास की मंजिल सामने आ जाती है। गुजरात की सुचारु अर्थव्यवस्था के व्यवस्थापन की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि कुछ बनए के नहीं बल्कि कुछ करने के सपने देखो।

गुजरात और भारत की वर्तमान सरकारों की आर्थिक स्थिति की तुलना करते हुए श्री मोदी ने कहा कि केन्द्र सरकार का बिनविकास खर्च 67 प्रतिशत है और 33 प्रतिशत ही देश के विकास पर होता है। अगर यही स्थिति रहेगी तो नौजवानों को रजगार, गरीबों के पेट के लिए अनाज और ढांचागत सुविधा का विकास कैसे होगा?

गुजरात में अर्थव्यवस्था के सशक्त व्यवस्थापन के पूरे एक दशक का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात में 65 प्रतिशत से 70 प्रतिशत धन का इस्तेमाल विकास में किया जाता है। पूंजी निवेश करने वालों के लिए सीए. के ऑडिट के रूप में कम्पनी की बेलेंसशीट का महत्व है। गरीब आदमी की पसीने की कमाई का निवेश सही है यह भरोसा सीए. पर होता है।

समाज के गरीब व्यक्ति के अर्थव्यवस्थापन का भरोसा सीए. पर हो ऐसे में सीए. प्रॉफेशनल्स का प्रभाव समाज पर किस तरह फैले इस पर मंथन करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि सीए. को कॉर्पोरेट ऑडिट सेक्टर के दायरे से बाहर निकलकर समाज के लिए काम करने की जरूरत है।

श्री मोदी ने कहा कि 1960 से 2000 तक के 40 सालों तक गुजरात में विकास खर्च 55000 करोड़ था जो एक ही दशक में बढ़कर पिछले दस वर्ष की दो पचवर्षीय योजना में 1.75 लाख करोड़ हो गया। गुजरात में 11 वीं पंचवर्षीय योजना तक में कुल व्यवस्था 2.30 लाख करोड़ थी जबकि 12 वीं पंचवर्षीय योजना 2,51 लाख करोड़ तक पहुंच गई है। सीए. प्रॉफेशनल्स ऑडिट में अब टेक्नॉलॉजी के प्रभाव से फॉरेंसिक साइंस युनिवर्सिटी द्वारा फॉरेंसिक ऑडिट की दिशा भी खुली है।

इस अवसर पर इंस्टिट्युट ऑफ चार्टर्ड अकाउंट्स ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट सुबोध कुमार अग्रवाल, अहमदाबाद ब्रांच के चेयरमेन पुरुषोत्तम खंडेलवाल,आईसीएआई के के. रघु, बोर्ड ऑफ स्टडीज के चेयरमेन विजय गर्ग, वेस्टर्न इंडिया सीए. स्टुडेंट्स एसोसिएशन के चेयरमेन सुबोध केडिया, अहमदाबाद ब्रांच के वाइस चेयरमेन अनिकेत तलाटी, सेक्रेटरी अमरीश पटेल, वेस्टर्न इंडिया स्टुडेंट्स एसोसिएशन के वाइस चेयरमेन अंकित कोटेचा सहित सीए. के विद्यार्थी भारी तादाद में मौजूद रहे।