सूरत: विवेकानन्द युवा परिषद
सूरत महानगर में शहरी ढांचागत सुविधा विकास के 963 करोड़ के कार्यों का श्री मोदी ने किया शिलान्यास
विकास एष: पंथा: गुजरात का मंत्र
जनवरी 2013 से दिव्य भव्य गुजरात के निर्माण के पांच वर्ष के स्वर्णिम काल का उदय होगा: मुख्यमंत्री श्री मोदी
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज सूरत में विवेकानन्द युवा विकास परिषद में विशाल युवाशक्ति का साक्षात्कार करते हुए कहा कि आज देश निराशा और दुर्दशा के गड्ढे में लुढ़क गया है ऐसे में गुजरात एकमात्र विकास के एष: पंथा: के मार्ग पर विवेकानन्द के सपने साकार करने के लिए युवाशक्ति को सामर्थ्यवान बनाएगा।गुजरात में उन्हें सबसे ज्यादा लम्बे समय तक जनता की सेवा करने का अवसर मिला है। श्री मोदी ने इसका उल्लेख करते हुए जनवरी 2013 से दिव्य और भव्य गुजरात का पांच वर्ष का निर्माण करने का संकल्प जताया।
विवेकानन्द की 150 वीं जन्म जयंती के सिलसिले में राज्य सरकार के युवक, सेवाऔर सांस्कृतिक विभाग के तत्वावधान में गुजरातभर में सात युवा परिषदों का आयोजन मुख्यमंत्री की निश्रा में हुआ है। आज इसी श्रेणी की छठी युवा परिषद सूरत के इंडोर स्टेडियम में आयोजित की गई।
इस मौके पर श्री मोदी ने सूरत महानगर सेवा सदन के तत्वावधान में शहरी ढांचागत सुविधा विकास के 693 करोड़ के कार्यों का शिलान्यास करने की घोषणा की।
राज्य सरकार ने गांव और नगरों में युवाओं के नेतृत्व और खेल कौशल्य विकास के लिए विवेकानन्द युवा केन्द्र प्रेरित किए हैं। इन केन्द्रों को सांकेतिक रूप से खेलकूद के साधन किट श्री मोदी ने वितरित किए।
स्वामी विवेकानन्द के जीवन दर्शन की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि विवेकानन्दजी ने एक लेख में लिखा था कि वह 40 साल में ही परलोक सिधार जाएंगे और ऐसा हुआ भी। मद्रास में विश्वधर्म परिषद सम्पन्न करके विवेकानन्द जी ने कहा था कि आगामी पचास साल के लिए सभी देवी- देवताओं को सुला दो और पचास साल तक सिर्फ भारत माता की सेवा और भक्ति करो। वर्ष 1897 के बाद ठीक 50 साल बाद 1947 में देश आजाद हुआ, यह विवेकानन्दजी का आत्मदर्शन था।
उन्होंने भारत माता को जगदगुरु के स्थान पर विश्व का नेतृत्व करने की भविष्यवाणी भी की थी। यह तीसरी भविष्यवाणी भी सही साबित हो जाए, इसके लिए श्री मोदी ने देश की युवाशक्ति पर भारतमाता का भाग्य बदलने का भरोसा जताया।
दुर्भाग्य से 150 वर्ष में भी हम विवेकानन्दजी की इस भविष्यवाणी को साकार नहीं कर सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में आजादी के बाद के नेतृत्व ने देश के महापुरुषों के सपनों को चकनाचूर कर दिया है। दुनिया में आशा जागी थी कि 21वीं सदी हिन्दुस्तान की सदी होगी मगर प्रथम दशक के अंत में देश की 60 प्रतिशत आबादी बिजली के अन्धकार में डूब गई थी। भारत की जनता पेयजल और बिजली के लिए भी तरस रही है, ऐसी बातें मीडिया में चर्चा का विषय बनी थीं।मगर इस परिस्थिति में गुजरात ही एकमात्र ऐसा राज्य था जहां बिजली जगमगा रही थी। यही गुजरात की ताकत और सामर्थ्य है।
देश की दुर्दशा पर प्रहार करते हुए श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री कुछ बोलते नहीं है या बोल नहीं सकते। देश नाविक बगैर की नाव जैसे डगमगा रहा है। गुजरात को हमने बचा लिया है। उन्होंने कहा कि गुजरात की 25 किलोमीटर की परिधि में विकास का कोई ना कोई काम होता नजर आ जाता है। पैसा कहां से आता है ? प्रधानमंत्री कहते हैं कि पैसा पेड़ पर नहीं लगता। मगर कांग्रेस के लिए तो टू जी और कोयले के पेड़ पर पैसा लगता है। श्री मोदी ने कांग्रेस के झूठ और जनता के साथ ठगी का विरोध करते हुए कहा कि समग्र देश में जितना रोजगार मिलता है उसमें से 72 प्रतिशत अकेला गुजरात देता है तो केन्द्र सरकार क्यों नहीं दे सकती ?
उन्होंने कहा कि गुजरात में कोई भी युवक या युवती धन्धे रोजगार के लिए, व्यवसाय के लिए बैंक से लोन लेंगे और बैंक गारंटर मांगेगी तो राजय सरकार उसकी गारंटर बनेगी। यह कोई मामूली फैसला नहीं है, गांधीनगर का खजाना खाली करने का नहीं है बल्कि गुजरात के युवाओं पर भरोसे का प्रतीक है। राज्य सरकार ने 11 वर्ष में सरकारी नौकरी में 3.50 लाख भर्तियां की है और अब सरकारी नौकरी में अधिकतम आयु सीमा 25 वर्ष से बढ़ाकर 28 और 28 से बढ़ाकर 30 कर दी गई है। शहरों में उच्च शिक्षा के लिए रहने आने वाले विद्यार्थियों के लिए 100 करोड़ के खर्च से 62 शहरों में 36,000 विद्यार्थियों के लिए आधुनिक हॉस्टल बनाए जाएंगे।
गुजरात के युवाओं को खेल कूद में प्रोत्साहित करने के लिए 14,000 विवेकानन्द युवा केन्द्रों को खेल कूद के साध और स्पोर्ट्स युनिवर्सिटी के साथ ही हर जिले में एक स्पोर्ट्स स्कूल बनाने की भी श्री मोदी ने घोषणा की। राष्ट्रीय खेलों के विजेता खिलाड़ियों को अब 2500 स्कॉलरशिप और शाला खेलोत्सव के लिए प्रत्येक खिलाड़ी को 2000 रुपए दिए जाएंगे। व्यायाम शिक्षकों को दैनिक भत्ता 150 रुपए दिया जाएगा।
इस मौके पर कॉलेजों में युनिवर्सिटी में विद्यार्थियों की चॉइस बेज एज्युकेशन सिस्टम के क्रांतिकारी निर्णयों की भी मुख्यमंत्री ने घोषणा की।