प्रिय मित्रों,
कल, 136 वीं रथयात्रा के अवसर पर भगवान जगन्नाथजी अहमदाबाद के विभिन्न क्षेत्रों में विहार कर भक्तों पर आशीर्वाद बरसाएंगे। अहमदाबाद की गलियां भगवान जगन्नाथ की भक्ति मे मस्त होकर जय रणछोड़ माखनचोर के नारों से वातावरण को गूंज उठेगी। भक्तिभाव से सराबोर इस माहौल का वर्णन मात्र शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
रथयात्रा अहमदाबाद और गुजरात की संस्कृति का अभिन्न अंग बन चुकी है। अध्यात्म, भक्ति और एकता के पवित्र संगमरूपी इस रथयात्रा की एक झलक पाने के लिए साधु- संत और भक्त अहमदाबाद में उमड़ पड़ते हैं। अहमदाबाद के साथ ही गुजरातभर के करीब 140 स्थानों पर रथयात्रा निकलेगी। भगवान जगन्नाथजी गरीबों के देवता हैं।भगवान जगन्नाथजी के साथ अहमदाबाद शहर का एक गहरा ऐतिहासिक नाता रहा है। जैसे कि यह शहर भगवान की ही कृपादृष्टी में ही पलकर बड़ा हुआ हो। अहमदाबाद गरीब मिल मजदूरों का शहर था और भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से ही इस शहर ने गरीबी से समृद्धि तक का सफर तय किया है। उनके आशीर्वाद हम पर बरसते रहें ऐसी प्रार्थना करें । उनकी आशीष गरीबतम व्यक्ति और किसानों पर बरसे और उनकी कृपा से आगामी वर्षों में भारत विकास की नयी ऊंचाइयां हासिल करे यही कामना। आने वाले दिनों में अच्छी वर्षा हो और हमारे किसान भाई बहनों को इसका लाभ मिले ऐसे आशीर्वाद की याचना भगवान जगन्नाथजी से करें।
रथयात्रा भारतीय संस्कृति और साम्प्रदायिक एकता का प्रतीक बन चुकी है। हमारे बीच शांति, एकता और सदभावना बनी रहे, यह प्रार्थना भगवान जगन्नाथजी से करें।
कच्छी नूतनवर्ष और आषाढ़ी दूज के अवसर पर मैं मेरे कच्छी भाई- बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। आने वाला साल आपके जीवन में खुशियां और समृद्धि लाए।
कल रथयात्रा की शुरुआत में भगवान जगन्नाथजी की यात्रा का मार्ग साफ करने की पाहिन्द विधि करने का गौरव मुझे प्राप्त होगा। आप सभी इस यात्रा को निहारें ऐसा मेरा आग्रह है। इसी के साथ मैं पहले की रथयात्राओं के कई फोटोग्राफ रख रहा हूं। आशा है आपको पसन्द आएंगे।
जय श्री कृष्ण नरेन्द्र मोदी