पीएम मोदी ने अटेंड की सोमनाथ ट्रस्ट की मीटिंग, सोमनाथ को प्राचीन तीर्थस्थान के रूप में विकसित करने पर दिया ज़ोर

सोमनाथ में पहुंच सकते हैं एक करोड़ श्रद्धालु, ट्रस्टियों ने चहुं-मुखी विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने का लिया फैसला
सोशल मीडिया पर सोमनाथ के 2 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स
सोमनाथः पीएम मोदी ने अनेकों एतिहासिक लिंक्स को खोजने के लिए क्षेत्र की खुदाई का दिया सुझाव
सोमनाथः पीएम मोदी ने ज़्यादातर एरिया को सीसीटीवी सर्विलान्स के तहत लाने का दिया सुझाव
भारत सरकार की गोल्ड मोनेटाइज़ेशन स्कीम के तहत सोमनाथ ट्रस्ट ने छः किग्रा. सोना जमा करने का किया फैसला

 

आज दिल्ली में पीएम आवास पर सोमनाथ ट्रस्ट के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज़ की मीटिंग का आयोजन किया गया। ट्रस्ट के चेयरमैन श्री केशुभाई पटेल के अस्वस्थ होने के कारण मीटिंग में शिरकत नहीं कर सके इसीलिए श्री लालकृष्ण आडवाणी जी की अध्यक्षता में मीटिंग हुई। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, श्री हर्षवर्धन निओटिया, श्री पी. के. लहरी और श्री जे डी परमार ट्रस्टी ने भी एक ट्रस्टी के रूप में मीटिंग में शिरकत की।

नव नियुक्त ट्रस्टी श्री अमितभाई शाह का किया गया बोर्ड के द्वारा स्वागत

प्रधानमंत्री ने सोमनाथ को एक प्राचीन विरासत के रूप में प्राप्त तीर्थस्थल के रूप में व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर ज़ोर दिया। ट्रस्ट ने सोमनाथ ट्रस्ट के द्वारा चलाए जा रहे अनेकों प्रोजेक्टों की भी समीक्षा की ताकि सोमनाथ आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो सके। ट्रस्टियों ने यह भी कहा कि आने वाले समय में सोमनाथ में एक करोड़ यात्री आएंगे इसीलिए चहुं-मुखी विकास को ध्यान में रखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित किया जाना चाहिए। सोशल मीडिया पर सोमनाथ को 2 मिलियन से भी अधिक फॉलोअर्स हैं।

प्रधानमंत्री ने अनेकों एतिहासिक लिंक्स से सम्बन्धित जगहों पर खुदाई करने का भी सुझाव प्रदान किया। उन्होंने कहा कि भविष्य प्लान में हाई-टेक समुन्द्री आकर्षण और आभासी रियलिटी शो को कवर किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि ज़्यादातर एरिया को सीसीटीवी सर्विलान्स नेटवर्क के तहत लाया जाना चाहिए।

सोमनाथ ट्रस्ट ने भारत सरकार में गोल्ड मोनेटाइज़ेशन स्कीम के तहत छः किलो सोना जमा करने का भी निर्णय किया।