प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामनाथ गोयनका पत्रकारिता पुरस्कारों का वितरण किया
अंग्रेजी शासक उन लोगों से डरते थे जो अखबार के माध्यम से अपने विचारों को सबके सामने लाते थे: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज पत्रकारिता में उत्‍कृष्‍टता के लिए रामनाथ गोयंका पुरस्‍कार प्रदान किए।

इस अवसर पर वक्‍तव्‍य देते हुए , उन्‍होंने कहा कि स्‍वतंत्रता आंदोलन के दौरान समाचार पत्र अभिव्‍यक्ति का एक सशक्‍त माध्‍यम बने थे। इसके अलावा उन्‍होंने कहा कि उपनिवेशक शासक उन व्‍यक्तियों से डर गए थे जिन्‍होंने समाचार पत्रों के माध्‍यम से लेखन और अपनी अभिव्‍यक्ति की।

स्‍वर्गीय श्री रामनाथ गोयंका की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मीडिया में कुछ ही लोग हैं जिन्‍होंने आपातकाल को चुनौती दी थी और इसमें श्री रामनाथ जी ने अग्रणी भूमिका निभाई थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी ने मीडिया के समक्ष चुनौती खड़ी की है, क्‍योंकि जो समाचार पहले 24 घंटों में प्रसारित किये जा सकते थे अब वह केवल 24 सेकेंड में प्रसारित हो जाते हैं।

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