पीएम मोदी की लाओस यात्रा, पूर्व एशिया समिट और आसियान समिट में लेगें हिस्सा
प्रधानमंत्री की इस यात्रा का मुख्य उद्धेश्य दक्षिणपूर्व एशियाई क्षेत्रों के साथ भारत की भौतिक और डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है।
आसियान और पूर्व एशिया समिट के दौरान पीएम मोदी दुनिया के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
आसियान हमारे एक्ट ईस्ट पॉलिसी का मुख्य साथी है, जो कि हमारे उत्तरपूर्व क्षेत्रों के आर्थिक विकास के लिए जरूरी हैः पीएम मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी 07 सितम्‍बर, 2016 से लेकर 08 सितम्‍बर, 2016 तक लाओस की राजधानी वियानतियाने में 14वें आसियान-भारत शिखर सम्‍मेलन और 11वें पूर्वी एशियाई शिखर सम्‍मेलन में भाग लेंगे।

प्रधानमंत्री ने अपने फेसबुक अकांउट से एक संदेश में बताया :

‘’मैं 14वें आसियान-भारत शिखर सम्‍मेलन और 11वें पूर्वी एशियाई शिखर सम्‍मेलन में भाग लेने के लिए 7-8 सितम्‍बर, 2016 को वियानतियाने, लाओ पीडीआर के दौरे पर रहूंगा। इन शिखर सम्‍मेलनों में भाग लेने का मेरा यह तीसरा मौका है।

आसियान हमारी एक्‍ट ईस्ट पॉलिसी का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सेदार है, जो हमारे पूर्वोत्तर क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए महत्‍वपूर्ण है। आसियान के साथ हमारी रणनीतिक साझेदारी इस क्षेत्र में हमारे सुरक्षा हितों की रक्षा करने और बढ़ावा देने के साथ ही पारम्‍परिक और गैर-पारम्‍परिक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में भी महत्‍वपूर्ण है। पूर्वी एशियाई शिखर सम्‍मेलन एशिया प्रशांत क्षेत्र की चुनौतियों और अवसरों के बारे में विचार-विमर्श करने के लिए एक अग्रणी मंच है।

दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के साथ सचमुच हमारे ऐतिहासिक संबंध हैं।

हमारी वचनबद्धता और पहुंच को महज़ एक शब्‍द-संपर्कता के रूप में एक साथ बांध सकते हैं। हम अपनी भौतिक और डिजिटल संपर्कता को बढ़ाना चाहते हैं, ताकि जन-जन के बीच अधिक संपर्क कायम हो, हमारे संस्‍थागत संपर्क मजबूत हों और हमारी सभी जनता के परस्‍पर लाभ के लिए एक आधुनिक और आपस में जुड़ा हुआ विश्‍व तैयार हो सके।

दौरे के अवसर पर, मुझे परस्‍पर सरोकार से जुड़े द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा के लिए भागीदार देशों के नेताओं के साथ बातचीत करने का अवसर भी मिलेगा।’’