भ्रष्टाचार ने गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों की आकांक्षाओं पर प्रतिकूल असर डाला: प्रधानमंत्री
नोटबंदी के बाद 700 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया और यह आगे भी जारी है: प्रधानमंत्री
आज सरकार समानान्तर विभाजन है- एक ओर सरकार और जनता है तो दूसरी ओर नेताओं के दलों का समूह: प्रधानमंत्री
सरकार हमारे समाज में व्याप्त बुराईयों को दूर करने का प्रयास कर रही है: प्रधानमंत्री
संस्थाओं को राजनीति से दूर रखना चाहिए; हमें आरबीआई को विवादों ने नहीं घसीटना चाहिए: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। राज्यसभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई किसी राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं थी। श्री मोदी ने कहा, "भ्रष्टाचार ने बुरी तरह से गरीब और मध्यम वर्ग की आकांक्षाओं को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि जो व्यवस्था को धोखा दे रहे हैं, हमें उन पर सख्त होने की जरूरत है। हमारा लक्ष्य गरीब को और ज्यादा सशक्त बनाना है।"

नोटबंदी पर बोलते हुए श्री मोदी ने देश भर के लोगों की सराहना की। "इतिहास में पहली बार किसी सरकार के कदम के साथ जनता सामूहिक रूप से खड़ी नजर आई है।" श्री मोदी ने आगे कहा, "मेरी और मेरी पार्टी की आलोचना समझ में आती है, लेकिन बेवजह भारतीय रिजर्व बैंक को इसमें क्यों घसीटा जा रहा है। संस्थानों को राजनीति से दूर रखना चाहिए।"

प्रधानमंत्री ने एनडीए सरकार की कई कल्याणकारी पहल की विस्तार से जानकारी दी। जैसे सरकार ने बुनियादी ढांचे, कृषि, महिलाओं और बच्चों एवं ग्रामीण विकास के कल्याण के लिए काफी काम किया है।

 

 

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