कृषि महोत्सव २०१२: किसानों से मुख्यमंत्री का वार्तालाप

बीज के भाव के बारे में किसानों को गुमराह करने वालों को श्री मोदी की चुनौती

अहमदाबाद:शुक्रवार। मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कृषि महोत्सव अभियान के तहत राज्य के किसानों से विडियो कोंफ्रेंस द्वारा बातचीत करते हुए कहा कि खरीफ फसलों के लिए इस सरकार ने सवा पांच लाख क्विंटल बीज की जरूरतों का खयाल रखा है। अभी गुजरात में उत्तम बीज की जरूरत से भी ज्यादा ५०,००० क्विंटल का भंडार रखा गया है।

गुजरात में अप्रमाणित बीज के खिलाफ किसानों को जागृत रखने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि फॉरेंसिक साइंस लैब द्वारा डीएनए फिंगरप्रिंट से बीज प्रमाणित है या नहीं इसकी जांच करके दी जाती है। ११ टिश्युकल्चर लैब लगाई गई है। भारत सरकार ने कपास के बीज पर आवश्यक वस्तु धारा लगाई जिसके खिलाफ गुजरात सरकार सुप्रीमकोर्ट तक गई है।      गुजरात के किसान को गुमराह करने के झूठ को चुनौती देते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात राज्य बीज निगम द्वारा किसानों से बीज की खरीद ८०० नहीं बल्कि १४०० की दर पर की जाती है और किसानों को प्रोत्साहक सहायता के साथ १०३४ से ११०० रुपए दिए जाते हैं जबकि महाराष्ट्र में किसानों से बीज की कीमत वसूली जाती है।

श्री मोदी ने कहा कि किसान की चिंता यह होती है कि गलती से अच्छा बीज खेत में नहीं डाला तो पूरे साल की मेहनत बेकार चली जाएगी। इस सरकार ने गुणवत्तापूर्ण बीजों पर ध्यान केन्द्रित किया है। उत्पादन-वितरण पर भी ध्यान दिया है। चार कृषि युनिवर्सिटी के आठ एग्रो क्लाईमेट जोन के अनुसार उत्तम बीज का संशोधन होता है। हिन्दुस्तानभर के किसान गुजरात से बीज खरीदने आते हैं। गुजरात ने कपास,बाजरी और अरन्डी के बीजों में अग्रिम स्थान पा लिया है।      गुजरात ने किसान को उत्तम बीज उत्पादन करने के लिए सीड योजना दी है। भारत सरकार ने इस योजना में सिर्फ २० गूंठा जमीन की सीमा रखी है जबकि गुजरात मे दो एकड़ तक खाद उत्पादन की सहायता दी जाती है। इसके साथ ही कपास, मूंगफली, अरंडी की फसलें भारत सरकार की सीड विलेज योजना में शामिल नहीं है मगर गुजरात की योजना में है।

श्री मोदी ने कहा कि अब तो आदिवासी किसान,प्रगतिशील किसान उत्तम बीज का उत्पादन करने के लिए नए प्रयोग करके भारी आय प्राप्त करते हैं। राज्य में ३० जितनी फसलों के १०० बेहतर बनाई गई बीजों की वैराइटियों का दो लाख क्विंटल उत्पादन-वितरण गुजरात राज्य बीज निगम करता है।