बीएपीएस युवा प्रवृत्ति षष्टीपूर्ति महोत्सव

मुख्यमंत्री ने कराया युवा रैली को प्रस्थान

बीएपीएस की युवा प्रवृत्ति के दिव्य-भव्य समारोह से विश्व चकाचौंध

मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज बीएपीएस (बोचासणवासी अक्षर पुरषोत्तम स्वामिनारायण संस्था) युवा प्रवृत्ति के षष्टीपूर्ति महोत्सव के अवसर पर युवा रैली का प्रस्थान कराया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि संतशक्ति के प्रेरक मार्गदर्शन से हिन्दुस्तान की युवा शक्ति विश्व की मानवजाति पर सेवा-चरित्र और संस्कार की आध्यात्मिक चेतना का प्रभाव प्रस्थापित करेगी।

श्री मोदी ने कहा कि बीएपीएस की संतशक्ति की यह युवा ज्योत रैली विश्व में भारतीय संस्कृति की ऊर्जा प्रकट करेगी।

बोचासणवासी अक्षर पुरषोत्तम स्वामिनारायण संस्था की युवा प्रवृत्ति के हीरक जयंती का भव्य कार्यक्रम आज शाम अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में आयोजित हुआ था।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस युवा शक्ति के साक्षात्कार का दर्शन समूची दुनिया कर रही है। इसमें ऐसी शक्ति है जो मानव कल्याण और मानव मूल्यों के लिए नई आशा, नई चेतना और नये विश्वास का संचार कर रही है। यह गौरव की बात है कि ऐसी घटना गुजरात की धरा पर आकार ले रही है। उन्होंने कहा कि संत भूतकाल और वर्तमान को जानने वाले और भविष्य का निर्माण करने वाले होते हैं। योगीजी महाराज ने युवा संस्कार का जो बीजारोपण किया था वह ६० वर्ष में आज युवा प्रवृत्ति का वट वृक्ष बन गया है।

इस युवा वट वृक्ष की खूश्बु और संस्कार मानवजाति को निरंतर प्राप्त होती रहेगी, साथ ही संकटों के खिलाफ समाधान की छाया और उज्जवल भविष्य की आशा भी प्रदान करती रहेगी।

श्री मोदी ने कहा कि इस महोत्सव के विशाल युवा सागर से ऐसी शक्ति सृजित होगी जो २१वीं सदी में भारत की आध्यात्मिक शक्ति की सर्वोपरिता को सिद्ध करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि २१वीं सदी हिन्दुस्तान की सदी है, क्योंकि पूरी दुनिया में हमारा देश सबसे युवा देश है, जिसके पास ६५ फीसदी युवा शक्ति है। यह युवा शक्ति विश्व को क्या नहीं दे सकती? उन्होंने कहा कि कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के बौद्धिक कौशल से भारत के युवाओं ने समग्र विश्व को चकाचौंध कर दिया है। अब हिन्दुस्तान की यह युवा शक्ति संतों को मार्गदर्शन से आध्यात्मिक और मानव कल्याण का दिव्य मार्ग भी प्रशस्त करेगी।

ग्लोबल वार्मिंग जैसे संकटों का सामना करने के लिए भारत के पूर्वज, ऋषि और संतों ने समस्या का हल बतलाया है। आतंकवाद को परास्त करने के लिए वसुधैव कुटुम्बकम और अद्वैतवाद का मार्ग दिखाया है। यही महान तत्वज्ञान विश्व को जोड़ने का परिवारभाव जगाता है।

उन्होंने कहा कि भगवान स्वामिनारायण ने सेवा धर्म की महिमा साकार कर बताई है। गरीबों की सेवा के माध्यम से सामाजिक आंदोलन, आध्यात्म का अनुष्ठान बन गया और योगीजी महाराज से लेकर प्रमुख स्वामी महाराज तक संतों की संस्कार परंपरा ने युवा शक्ति में संस्कार का अभियान चलाया है। जिसमें सेवा, चरित्र, सद्भाव, संयम और त्याग का युवा आंदोलन प्रेरित किया है। भूतकाल में प्रमुख स्वामी महाराज द्वारा प्रदान किए गए आशीर्वाद के संस्मरणों से भावविभोर मोदी ने कहा कि ऐसे संतमूर्ति के चरण में आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मुझे मिला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस युवा शक्ति के दिव्य चेतना रथ का आंदोलन जन-जन तक, हिन्दुस्तान के कोने-कोने और विश्व भर में जिन्हे मानव मूल्यों में ऊर्जा चाहिए, उन सभी को आंदोलित करेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि संतशक्ति प्रेरित युवा प्रवृत्ति का दिव्य आंदोलन उन्हे गुजरात को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की ऊर्जा प्रदान करेगा।

प्रमुख स्वामी की विराजमान प्रतिमा का अभिवादन करने के बाद श्री नरेन्द्र मोदी का महंत स्वामी एवं डॉक्टर स्वामी ने अभिवादन किया।

इस अवसर पर लाखों की संख्या में स्वामिनारायण संप्रदाय के युवा भक्त एवं उनके परिजन तथा संतगण उपस्थित थे।

जोश और जज्बे से भरपूर युवाओं द्वारा प्रस्तुत विविध धार्मिक-सांस्कृतिक कृतियों ने अनोखा आकर्षण जमाया।