प्रधानमंत्री ने पुणे में गन्ना मूल्य श्रृंखला पर आधारित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया
चीनी (सुगर) सेक्टर के इतर, हमें विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बांस के उत्पादों के बारे में भी सोचना चाहिए: प्रधानमंत्री
जब हम चीनी उद्योग की ओर देखते हैं तो हम वैश्विक अर्थव्यवस्था का नजरअंदाज नहीं कर सकते: नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों की भलाई के लिए केंद्र सरकार की ओर से उठाये गए कदमों के बारे में बताया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 500 और 1000 रुपये के विमुद्रीकरण की वजह से किसानों पर कर नहीं लगाया जाएगा

 प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज पुणे में गन्‍ना वैल्यू चेन –विज़न 2025 शुगर पर आधारित अंतर्राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन और प्रदर्शनी का शुभारंभ किया।

प्रधानमंत्री ने वसंतदादा शुगर इंस्‍टीट्यूट के परिसर में फसल प्रदर्शनी को भी देखा।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें इसके बारे में सोचना चाहिए कि किस प्रकार अनुसंधान से हमारे किसानों को मदद मिल सके। उन्‍होंने कहा कि गन्‍ना क्षेत्र के अलावा हमें वैश्विक स्‍तर पर प्रतिस्‍पर्धी बांस के उत्‍पादों के बारे में भी सोचना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने भूमि की अधिक उत्‍पादकता पर जोर देने का आह्वान किया। उन्‍होंने दलहनों की आवश्‍यकता की भी चर्चा करते हुए कहा कि इनके लिए बाज़ार सुनिश्चित है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम चीनी उद्योग की ओर देख रहे हैं, हम वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था को नजरअंदाज नहीं कर सकते।

प्रधानमंत्री ने मृदा स्‍वास्‍थ्‍य कार्ड, सौर पम्‍पों आदि के प्रावधानों सहित किसानों के कल्‍याण के लिए केंद्र सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की चर्चा की।

प्रधानमंत्री ने 500 और 1000 रुपए के नोटों के विमुद्रीकरण के लिए केंद्र सरकार के हाल के निर्णय के बारे में चर्चा की और किसानों को आश्‍वस्‍त किया कि उन पर कर नहीं लगाया जाएगा।