प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली हाईकोर्ट के 50वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में हिस्सा लिया।
उन्होंने पिछले पांच दशक के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट से जुड़े रहे सभी लोगों के योगदान को याद किया। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के अनुरूप जो जिम्मेदारी न्यायपालिका को दो गई है, सभी संबंधित पक्षों को उन्हें पूरा करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा, ध्यान देने योग्य बात यह है कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती है, वह एक वकील थे, जिन्होंने अपना जीवन राष्ट्र की सेवा में समर्पित कर दिया। उन्होंने अखिल भारतीय सिविल सेवाओं के सृजन सहित सरदार पटेल के योगदान को याद किया।
प्रधानमंत्री ने वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र को मजबूती प्रदान करने के लिए कानूनी बिरादरी की प्रशंसा की। न्यायपालिका के समक्ष उभरती चुनौतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने भविष्य के लिए रोडमैप तैयार करने की बात कही।