प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज (बृहस्पतिवार) भारत सरकार के सभी सचिवों से मुलाकात की। बैठक में कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी उपस्थित थे।
मंत्रिमंडल सचिव ने इस वर्ष जनवरी में सचिवों के आठ समूहों की ओर से प्रधानमंत्री को सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसरण में अब तक किए गए कार्यों पर आधारित संक्षिप्त विवरण पेश किया।
आठ समूहों में से दो समूहों के लिए प्रतिवेदकों ने अपने समूहों की संस्तुतियों के कार्यान्वयन की स्थिति के बारे में भी विवरण पेश किए।
सचिवों के दस नए समूह गठित किए जा रहे हैं, जो नवंबर के अंत तक शासन संबंधी विभिन्न मुद्दों पर अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगे। पूर्ववर्ती समूहों की तुलना में, जो विशेष बिन्दुओं के लिए काम करते थे, इस बार कृषि, ऊर्जा, परिवहन आदि जैसे क्षेत्रों पर समूहों का ध्यान केंद्रित होगा।
सचिवों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने आठ तथ्यान्वेषी समूहों के हिस्से के रूप में जनवरी माह में उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने उनसे मांग करते हुए कहा कि संबंधित क्षेत्रों में केंद्र सरकार द्वारा किए गए जिन कार्यों का वे अध्ययन करेंगे, उनकी आलोचनात्मक समीक्षा भी करें। उन्होंने उनसे यह भी कहा कि वे अनुसंधान संबंधी विषयों के साथ युवा अधिकारियों को जोड़ें।
जनसंख्या में युवाओं के सकारात्मक अनुपात के बारे में चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी समूह अपनी संस्तुतियों के हिस्से के रूप में भारत के 80 करोड़ युवाओं की शक्ति से लाभ प्राप्त करने को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के सचिवों के समूह के पास भारत की जनता की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नीतियां तैयार करने हेतु सामूहिक बुद्धिमत्ता और अनुभव है। उन्होंने अगले कार्य की ओर अपना ठोस कदम रखने के लिए उनका आह्वान किया।